Quote from Poonam on August 3, 2021, 2:29 am
प्रश्न -इस कविता में हारे हुए व्यक्ति के लिए क्या कहा गया है?
उत्तर -इस कविता में हारे हुए व्यक्ति के लिए कवि रामनरेश त्रिपाठी जी ने कहा है कि जो लोग हार कर बैठे हैं ,उम्मीद मारकर बैठे हैं, हम उनके मुझे दिमागों में फिर से उत्साह जगायेंगे। क्योंकि हार कर थक कर बैठने से कुछ हासिल नहीं होगा ।जब हम प्रयास करेंगे तो कुछ ना कुछ जरूर सीखेंगे । हमें कभी भी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए ।हारे हुए व्यक्तियों के दिमाग में फिर से उत्साह जगाने का प्रयास करेंगे।
प्रश्न -इस कविता में हारे हुए व्यक्ति के लिए क्या कहा गया है?
उत्तर -इस कविता में हारे हुए व्यक्ति के लिए कवि रामनरेश त्रिपाठी जी ने कहा है कि जो लोग हार कर बैठे हैं ,उम्मीद मारकर बैठे हैं, हम उनके मुझे दिमागों में फिर से उत्साह जगायेंगे। क्योंकि हार कर थक कर बैठने से कुछ हासिल नहीं होगा ।जब हम प्रयास करेंगे तो कुछ ना कुछ जरूर सीखेंगे । हमें कभी भी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए ।हारे हुए व्यक्तियों के दिमाग में फिर से उत्साह जगाने का प्रयास करेंगे।